Aashiq Shayari in Hindi

aashiq shayari in hindi

ना चाँद अपना था और ना तू अपना था
काश दिल भी मान लेता की सब सपना था

कौन करता था वफ़ाओं के तकाज़े तुमसे
हम तो बस तेरी झूठी तसल्ली के तलबगार थे

दीदार हमारे सनम का कोई ईद से कम नहीं
सनम हमारा यारों कोई चाँद से कम नहीं

एहसास की नमी बेहद जरुरी है हर रिश्ते में
वरना रेत भी सूखी हो तो निकल जाती है हाथों से

खामोश तुम्हारी नजरों ने एक काम गजब का कर डाला
पहले थे हम दिल से तन्हा अब खुद से ही तन्हा कर डाला

Aashiqui Shayari