तेरे गम को मैं अपनी रोह मैं उतार लूँ
ज़िन्दगी तेरी चाहत में सवार लूँ
मुलाकात हो तुझसे कुछ इस तरह
तमाम उमर बस एक मुलाकात मैं जुगार लूँ
accha lagta hai tera naam mere naam ke saath
jaise koi khubsurat subha judi ho kisi haseen shaam ke saath
एक हसीं पल की ज़रूरत है हमें बीतें हुवे फूल की ज़रूरत है हमें
सारा जमाना रूठ गया हमसे
जो कभी ना रूठे ऐसे दोस्त की ज़रूरत है हमें
khud se kiya maangu tere waste
sada khushiyanrahe tere waste
hasin tere chehre pe rahe is tarah
khusbu phool ka saath nibhati hai jis tarah
सुबह शाम बसा रखी है आँखों में सूरत इसकी
मैं इसके दिल मैं बस जाओ ये हुनर क्यू नहीं आता