इंसान को बुलना सिखने में २ साल लग जाते है
लेकिन कौन सा लफ्ज़ कहाँ बोलना है
ये सिखने में पूरी ज़िन्दगी निकल जाती है
ज़िन्दगी की किताब में इतनी गलतियाँ ना करो
के पैन्सील से पहले रबड़ खत्म हो जाये
और तौबा करने से पहले ज़िन्दगी खत्म हो जाये
वक़्त के एक तमाचे की देर है साहेब
मेरी फकीरी भी किया तेरी अमेरि भी किया
कैनात की सब से महंगी चीज़ अहेसास है
जो दुनिया का हर इंसान के पास नहीं होती
कोई न कोई कही न कही अपनी ज़िन्दगी के लिए लड़ रहा है
और ये ज़िन्दगी तुम्हारे पास मौजोद है
तो इस ज़िन्दगी को किसी अच्छे और किसी के काम आने में लगा दो
समझ ना आया ज़िन्दगी ये तेरा फैसला
एक तरफ टगो कहती है सब्र का फल मिठाई होता है
और दूसरी तरफ तो कहती है वक़्त किसी का इंतज़ार नहीं करता