तुफ्हानों से आँख मिलाओ सैलाबों पर वर करो
मल्लाहों का चक्कर छोड़ो तहर के दरिया पार करो
तुमको तुम्हारा फ़र्ज़ मुबारक हमको मुबारक अपना सुलूक
हम फूलों की शाकें तराशें तुम चाक़ू पर धार करो
फूलों की दुकाने खोलों खुशबु का व्यापार करो
इश्क खता है तो ये खता एक बार नहीं सौ बार करो
log har mod par rukh rukh ke sabhalte q hai
itna darte hai to ghar se nikalte q hai
mein na jugnu ho na koi tara ho ye raushni wale
mere naam se itna jalte q hai