Breakup Shayari Two Lines

palkon pe ruk gaya

ये मत पूछ के एहसास की शिद्दत क्या थी
धूप ऐसी थी के साए को भी जलते देखा

बस तेरी यादों से ही है तारीफ मेरी
वर्ना ये सारा जहान तो मुझे अजनबी सा लगता है

प्यार में सबसे बड़ा खुशनसीब वह, जो झुक जाए
और सबसे बड़ा बदनसीब वह जो अकड़ जाए

इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा
यादें कटती हैं ले-ले कर नाम तेरा
मुद्दत से बैठे हैं ये आस पाले कि
आज आयेगा कोई पैगाम तेरा

Palkon Pe Ruk Gaya Hai Samundar Khumaar Ka
Kitnaa Ajab Nashaa Hai Tere Intezaar Ka

तेरे पास भी कम नहीं, मेरे पास भी बहुत हैं
ये परेशानियाँ आजकल फुरसत में बहुत हैं

अब जो मेरे न हो सको तो कुछ ऐसा कर देना
मैं जैसा पहले था मुझे फिर से वैसा कर देना

हीरों की बस्ती में हमने कांच ही कांच बटोरे हैं
कितने लिखे फ़साने फिर भी सारे कागज़ कोरे है

Mujhe Chhodkar Woh Khush Hai To Shikayat Kaisi
Ab Main Unhe Kush Bhi Na Dekhu Toh Mohabbat Kaisi

Breakup Shayari