shayari to hum dil behlane ke liye karte hai warna
do lafz kagaz par utaar dene mohabbat kahan milti hai
किसी की मजबूरी का मजाक ना बनाओ यारों
ज़िन्दगी कभी मौका देती है तो कभी धोखा भी देती है
tere baad kisi ko piyaar se dekha na humne
humein aashiqhi ka shauk hai aawargi ka nahi
हर रात रो-रो के उसे भुलाने लगे
आंसुओं में उस के प्यार को बहाने लगे
ये दिल भी कितना अजीब है कि
रोये हम तो वो और भी याद आने लगे
जब भी तुम्हें बाहों में लेता हु
और तुम जाने की बात करती हो
तो दिल से एक ही आवाज़ आती हैं
अभी ना जाओ छोड़ कर के दिल अभी भरा नहीं